कोई है जो तुम्हे जगा रहा है
इक नयी दिशा इक नयी राह बता रहा है
तुम साथ दो न दो ..वोह दीवाना ना रुकेगा
मनज़िल न मिली .न सही … राह मैं दम तोड़ देगा …
वक़्त है गुज्जर जाएगा
फिर शब् है …फिर सेहर आयएगा
तुम !! हाँ तुम !! मैं तुमसे पूछता हूँ
आने वाले कल को जवाब क्या दोगे
लड़खड़ाते भूके नंगे भविष्य से क्या कोहोगे
तुमने तो फैसला सुना दिया
इस देश कुछ नहीं हो सकता बता दिया
चार फोटो लाइक की..दो तीन पोस्ट डाले और हो गया
पर जान लो आज जो तुम सो गए सुनहरे भारत का सपना भी सो गया
परेशां तो तुम भी हो विनीत …शिकायत भी करते हो
साथ चलने मैं आज फिर क्यूँ कदम डगमगा रहा है
कोई है जो तुम्हे जगा रहा है
एक नयी दिशा एक नयी राह बता रहा है !!
No comments:
Post a Comment